क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - अनुवादों की सूची


अर्थों का अनुवाद आयत: (118) सूरा: सूरा अल्-माइदा
اِنْ تُعَذِّبْهُمْ فَاِنَّهُمْ عِبَادُكَ ۚ— وَاِنْ تَغْفِرْ لَهُمْ فَاِنَّكَ اَنْتَ الْعَزِیْزُ الْحَكِیْمُ ۟
(ऐ मेरे पालनहार!) यदि तू उन्हें दंड दे, तो बेशक वे तेरे बंदे हैं, तू उनके साथ जो चाहे करे, और यदि तू उनमें से ईमान लाने वालों पर उपकार करते हुए उन्हें क्षमा कर दे, तो कोई तुझे उससे रोकने वाला नहीं। क्योंकि तू सबपर प्रभुत्वशाली है जिसे पराजित नहीं किया जा सकता, तथा अपने प्रबंधन में हिकमत वाला है।
अरबी तफ़सीरें:
इस पृष्ठ की आयतों से प्राप्त कुछ बिंदु:
• توعد الله تعالى كل من أصرَّ على كفره وعناده بعد قيام الحجة الواضحة عليه.
• जो व्यक्ति स्पष्ट तर्क स्थापित होने के बाद भी अपने कुफ़्र तथा हठ पर अटल रहे, उसे अल्लाह की धमकी।

• تَبْرئة المسيح عليه السلام من ادعاء النصارى بأنه أبلغهم أنه الله أو أنه ابن الله أو أنه ادعى الربوبية أو الألوهية.
• मसीह अलैहिस्सलाम को ईसाइयों के इस दावे से बरी करना कि उन्होंने उन्हें सूचित किया था कि वह अल्लाह हैं, या अल्लाह के बेटे हैं, या उन्होंने रब होने अथवा पूज्य होने का दावा किया।

• أن الله تعالى يسأل يوم القيامة عظماء الناس وأشرافهم من الرسل، فكيف بمن دونهم درجة؟!
• अल्लाह सर्वशक्तिमान क़ियामत के दिन सबसे महान और प्रतिष्ठित लोगों अर्थात् रसूलों से भी पूछेगा, तो फिर उन लोगों का क्या हाल होगा जो उनसे नीचे हैं?!

• علو منزلة الصدق، وثناء الله تعالى على أهله، وبيان نفع الصدق لأهله يوم القيامة.
• सच्चाई की उच्च स्थिति, अल्लाह के द्वारा सच्चे लोगों की प्रशंसा और क़ियामत के दिन सच्चे लोगों के लिए सच्चाई के लाभ का वर्णन।

 
अर्थों का अनुवाद आयत: (118) सूरा: सूरा अल्-माइदा
सूरों की सूची पृष्ठ संख्या
 
क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - अनुवादों की सूची

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

बंद करें