क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - जापानी अनुवाद - सईद सातो * - अनुवादों की सूची

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अर्थों का अनुवाद आयत: (60) सूरा: सूरा अल्-ब-क़-रा
۞ وَإِذِ ٱسۡتَسۡقَىٰ مُوسَىٰ لِقَوۡمِهِۦ فَقُلۡنَا ٱضۡرِب بِّعَصَاكَ ٱلۡحَجَرَۖ فَٱنفَجَرَتۡ مِنۡهُ ٱثۡنَتَا عَشۡرَةَ عَيۡنٗاۖ قَدۡ عَلِمَ كُلُّ أُنَاسٖ مَّشۡرَبَهُمۡۖ كُلُواْ وَٱشۡرَبُواْ مِن رِّزۡقِ ٱللَّهِ وَلَا تَعۡثَوۡاْ فِي ٱلۡأَرۡضِ مُفۡسِدِينَ
また。ムーサー*がその民のために、水を乞うて祈った時のこと(を思い起こすがよい)。それでわれら*は「あなたの杖で、岩を叩いてみよ」と言った。するとそこから十二の泉があふれ、(彼らの内の)全ての人々[1]は、確かに自分たちの水場を知った。(われら*は言った。)「アッラー*の糧から食べ、飲むがよい。そして腐敗*を働く者となって、地上で退廃を広めてははならない」。
[1] ユダヤ教徒*の十二支族のこと(ムヤッサル9頁参照)。
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अर्थों का अनुवाद आयत: (60) सूरा: सूरा अल्-ब-क़-रा
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क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - जापानी अनुवाद - सईद सातो - अनुवादों की सूची

पवित्र क़ुरआन के अर्थों का जापानी अनुवाद, अनुवादक : सईद सातो, प्रकाशन वर्ष : 1440 हिजरी।

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