क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - जापानी अनुवाद - सईद सातो * - अनुवादों की सूची

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अर्थों का अनुवाद आयत: (35) सूरा: सूरा अल्-अह़्क़ाफ़
فَٱصۡبِرۡ كَمَا صَبَرَ أُوْلُواْ ٱلۡعَزۡمِ مِنَ ٱلرُّسُلِ وَلَا تَسۡتَعۡجِل لَّهُمۡۚ كَأَنَّهُمۡ يَوۡمَ يَرَوۡنَ مَا يُوعَدُونَ لَمۡ يَلۡبَثُوٓاْ إِلَّا سَاعَةٗ مِّن نَّهَارِۭۚ بَلَٰغٞۚ فَهَلۡ يُهۡلَكُ إِلَّا ٱلۡقَوۡمُ ٱلۡفَٰسِقُونَ
ならば(使徒*よ)、使徒*たちの内の決然とした者たち[1]が忍耐*したごとく、忍耐*せよ。そして、彼らに(懲罰が降りかかるのを)性急に求めるものではない。自分たちが約束されているもの(懲罰)を目の当たりにする日、彼らは(現世で)あたかも昼の一時しか過ごさなかったかのようだから[2]。(これこそは、)伝達だ。そして放逸な民以外に、(懲罰で)滅ぼされることなどあろうか?
[1] 「決然とした者たち」については、部族連合章7の訳注を参照。 [2] ユーヌス*章45とその訳注、及びター・ハー章103、信仰者たち章113-114、ビザンチン章55、引き離すもの章46も参照。
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अर्थों का अनुवाद आयत: (35) सूरा: सूरा अल्-अह़्क़ाफ़
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क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - जापानी अनुवाद - सईद सातो - अनुवादों की सूची

पवित्र क़ुरआन के अर्थों का जापानी अनुवाद, अनुवादक : सईद सातो, प्रकाशन वर्ष : 1440 हिजरी।

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