क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - कज़ाख अनुवाद - खलीफ़ा अलताय * - अनुवादों की सूची


अर्थों का अनुवाद आयत: (8) सूरा: सूरा हूद
وَلَئِنۡ أَخَّرۡنَا عَنۡهُمُ ٱلۡعَذَابَ إِلَىٰٓ أُمَّةٖ مَّعۡدُودَةٖ لَّيَقُولُنَّ مَا يَحۡبِسُهُۥٓۗ أَلَا يَوۡمَ يَأۡتِيهِمۡ لَيۡسَ مَصۡرُوفًا عَنۡهُمۡ وَحَاقَ بِهِم مَّا كَانُواْ بِهِۦ يَسۡتَهۡزِءُونَ
Егер олардан азапты белгілі бір мерзімге дейін кешіктірсек, әрине олар: «Оны не тосты?»,- дейді. Сақ болыңдар! Оларға азап келген күні солардан қайтарылмайды. Олардың мазақ қылған нәрселері бастарына жетеді.
अरबी तफ़सीरें:
 
अर्थों का अनुवाद आयत: (8) सूरा: सूरा हूद
सूरों की सूची पृष्ठ संख्या
 
क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - कज़ाख अनुवाद - खलीफ़ा अलताय - अनुवादों की सूची

पवित्र क़ुरआन के अर्थों का कज़ाख़ अनुवाद, अनुवादक : ख़लीफ़ा अलताय। संशोधन का काम रुव्वाद अनुवाद केंद्र की निगरानी में संपन्न हुआ। मूल अनुवाद सुझाव प्राप्त करने तथा मूल्यांकन एवं निरंतर उन्नयन हेतु उपलब्ध है।

बंद करें