क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - कज़ाख अनुवाद - खलीफ़ा अलताय * - अनुवादों की सूची


अर्थों का अनुवाद आयत: (45) सूरा: सूरा फ़ुस्सिलत
وَلَقَدۡ ءَاتَيۡنَا مُوسَى ٱلۡكِتَٰبَ فَٱخۡتُلِفَ فِيهِۚ وَلَوۡلَا كَلِمَةٞ سَبَقَتۡ مِن رَّبِّكَ لَقُضِيَ بَيۡنَهُمۡۚ وَإِنَّهُمۡ لَفِي شَكّٖ مِّنۡهُ مُرِيبٖ
Расында Мұса (Ғ.С.) ға кітап бердік. Сонда ол туралы да таласылды. Раббыңнан алдын ала бір үкім болмаса еді, әріне араларында іс біткен болар еді. Анығында олар, шәк ішінде одан күдіктенуде.
अरबी तफ़सीरें:
 
अर्थों का अनुवाद आयत: (45) सूरा: सूरा फ़ुस्सिलत
सूरों की सूची पृष्ठ संख्या
 
क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - कज़ाख अनुवाद - खलीफ़ा अलताय - अनुवादों की सूची

पवित्र क़ुरआन के अर्थों का कज़ाख़ अनुवाद, अनुवादक : ख़लीफ़ा अलताय। संशोधन का काम रुव्वाद अनुवाद केंद्र की निगरानी में संपन्न हुआ। मूल अनुवाद सुझाव प्राप्त करने तथा मूल्यांकन एवं निरंतर उन्नयन हेतु उपलब्ध है।

बंद करें