क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - कज़ाख अनुवाद - खलीफ़ा अलताय * - अनुवादों की सूची


अर्थों का अनुवाद आयत: (126) सूरा: सूरा अत्-तौबा
أَوَلَا يَرَوۡنَ أَنَّهُمۡ يُفۡتَنُونَ فِي كُلِّ عَامٖ مَّرَّةً أَوۡ مَرَّتَيۡنِ ثُمَّ لَا يَتُوبُونَ وَلَا هُمۡ يَذَّكَّرُونَ
(Мұнафықтар) әр жыл бір не екі рет сыналғандарын көрмей ме? Сонда да олар тәубе қылмайды, үгіт те алмайды.
अरबी तफ़सीरें:
 
अर्थों का अनुवाद आयत: (126) सूरा: सूरा अत्-तौबा
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पवित्र क़ुरआन के अर्थों का कज़ाख़ अनुवाद, अनुवादक : ख़लीफ़ा अलताय। संशोधन का काम रुव्वाद अनुवाद केंद्र की निगरानी में संपन्न हुआ। मूल अनुवाद सुझाव प्राप्त करने तथा मूल्यांकन एवं निरंतर उन्नयन हेतु उपलब्ध है।

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