क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - पश्तो अनुवाद * - अनुवादों की सूची


अर्थों का अनुवाद आयत: (57) सूरा: सूरा अल्-क़सस
وَقَالُوْۤا اِنْ نَّتَّبِعِ الْهُدٰی مَعَكَ نُتَخَطَّفْ مِنْ اَرْضِنَا ؕ— اَوَلَمْ نُمَكِّنْ لَّهُمْ حَرَمًا اٰمِنًا یُّجْبٰۤی اِلَیْهِ ثَمَرٰتُ كُلِّ شَیْءٍ رِّزْقًا مِّنْ لَّدُنَّا وَلٰكِنَّ اَكْثَرَهُمْ لَا یَعْلَمُوْنَ ۟
28-57 او دوى وايي: كه مونږ له تا سره د هدایت پیروي وكړو (نو) له خپلې ځمكې نه به وتښتول (ووېستل) شو، ایا مونږ دوى ته د داسې حرم تمكین نه دى وركړى چې د امن والا دى، ده ته د هر شي مېوې راوړلى (او وركولى) شي ښه رزق وركول، زمونږ له خوا نه، او لېكن د دوى زیاتره نه پوهېږي
अरबी तफ़सीरें:
 
अर्थों का अनुवाद आयत: (57) सूरा: सूरा अल्-क़सस
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क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - पश्तो अनुवाद - अनुवादों की सूची

क़ुरआन के अर्थों का पश्तो अनुवाद। अनुवाद ज़करिया अब्दुस सलाम ने किया है और पुनरीक्षण का काम मुफ़ती अब्दुल वली खान ने किया है। प्रकाशन वर्ष 1423 हिजरी।

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