क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - पश्तो अनुवाद * - अनुवादों की सूची


अर्थों का अनुवाद आयत: (31) सूरा: सूरा अल्-जासिया
وَاَمَّا الَّذِیْنَ كَفَرُوْا ۫— اَفَلَمْ تَكُنْ اٰیٰتِیْ تُتْلٰی عَلَیْكُمْ فَاسْتَكْبَرْتُمْ وَكُنْتُمْ قَوْمًا مُّجْرِمِیْنَ ۟
45-31 او پاتې شو هغه كسان چې كافران شوي دي (نو دوى ته به وویل شي:) ایا نو تاسو ته زما ایتونه نه لوستل كېدل، بیا تاسو تكبر وكړ او تاسو مجرمان خلق وئ
अरबी तफ़सीरें:
 
अर्थों का अनुवाद आयत: (31) सूरा: सूरा अल्-जासिया
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क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - पश्तो अनुवाद - अनुवादों की सूची

क़ुरआन के अर्थों का पश्तो अनुवाद। अनुवाद ज़करिया अब्दुस सलाम ने किया है और पुनरीक्षण का काम मुफ़ती अब्दुल वली खान ने किया है। प्रकाशन वर्ष 1423 हिजरी।

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