क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - ताजिक अनुवाद - खाजा मीरोफ़ खाजा मीर * - अनुवादों की सूची


अर्थों का अनुवाद आयत: (141) सूरा: सूरा अन्-निसा
ٱلَّذِينَ يَتَرَبَّصُونَ بِكُمۡ فَإِن كَانَ لَكُمۡ فَتۡحٞ مِّنَ ٱللَّهِ قَالُوٓاْ أَلَمۡ نَكُن مَّعَكُمۡ وَإِن كَانَ لِلۡكَٰفِرِينَ نَصِيبٞ قَالُوٓاْ أَلَمۡ نَسۡتَحۡوِذۡ عَلَيۡكُمۡ وَنَمۡنَعۡكُم مِّنَ ٱلۡمُؤۡمِنِينَۚ فَٱللَّهُ يَحۡكُمُ بَيۡنَكُمۡ يَوۡمَ ٱلۡقِيَٰمَةِۚ وَلَن يَجۡعَلَ ٱللَّهُ لِلۡكَٰفِرِينَ عَلَى ٱلۡمُؤۡمِنِينَ سَبِيلًا
141. Он мунофиқоне, ки ҳамеша интизори чигунагии аҳволи шумо ҳастанд, пас агар аз ҷониби Аллоҳ пирўзӣ насибатон шавад, мегўянд: «Магар мо ҳамроҳи шумо набудем?» (То аз пулу моли ғанимат баҳраманд шаванд). Ва агар пирўзӣ насиби кофирон шавад, мегўянд: «Оё на чунон буд, ки ба шумо ёрӣ расонда будем ва мўъминонро аз осеб расонидан ба шумо боздоштем?» Дар рўзи қиёмат Аллоҳ миёни шумо ҳукм мекунад ва Ӯҳаргиз барои кофирон ба зиёни мусалмонон роҳе накушодааст. (Яъне, ҳаргиз кофиронро бар мусалмонон пирўз нахоҳад кард).[395]
[395] Тафсири Саъдӣ 1/211
अरबी तफ़सीरें:
 
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पवित्र क़ुरआन के अर्थों का ताजिकी अनुवाद, अनुवादक : खाजा मीरोफ़ खाजा मीर। संशोधन का काम रुव्वाद अनुवाद केंद्र की निगरानी में संपन्न हुआ। मूल अनुवाद सुझाव प्राप्त करने तथा मूल्यांकन एवं निरंतर उन्नयन हेतु उपलब्ध है।

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