क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - उज़्बेक अनुवाद - अलाउद्दीन मनसूर * - अनुवादों की सूची

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अर्थों का अनुवाद आयत: (32) सूरा: सूरा यूसुफ़
قَالَتۡ فَذَٰلِكُنَّ ٱلَّذِي لُمۡتُنَّنِي فِيهِۖ وَلَقَدۡ رَٰوَدتُّهُۥ عَن نَّفۡسِهِۦ فَٱسۡتَعۡصَمَۖ وَلَئِن لَّمۡ يَفۡعَلۡ مَآ ءَامُرُهُۥ لَيُسۡجَنَنَّ وَلَيَكُونٗا مِّنَ ٱلصَّٰغِرِينَ
32. (Шунда Зулайҳо): деди: «Мана шу йигит ҳақида сизлар мени маломат қилган эдингиз. Дарҳақиқат, уни йўлдан урмоқчи бўлганимда, у покдомонлик қилди – бўйинсунмади. Қасамки, агар менинг амримни бажармас экан, албатта зиндонга ташланур ва хор-зор қилинур».
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क़ुरआन के अर्थों का अनुवाद - उज़्बेक अनुवाद - अलाउद्दीन मनसूर - अनुवादों की सूची

पवित्र क़ुरआन के अर्थों का उज़्बेक अनुवाद। अनुवाद अलाउद्दीन मनसूर ने किया है। प्रकाशन वर्ष 1430 हीजरी। मरकज़ रुव्वाद अत-तरजमा की निगरानी में उसके संशोधन का कार्य हुआ है और अब मूल अनुवाद को सुझाव, मूल्यांकन तथा निरंतर उन्नत बनाने हेतु प्रस्तुत किया जा रहा है।

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