クルアーンの対訳 - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - 対訳の目次


対訳 節: (44) 章: 洞窟章
هُنَالِكَ الْوَلَایَةُ لِلّٰهِ الْحَقِّ ؕ— هُوَ خَیْرٌ ثَوَابًا وَّخَیْرٌ عُقْبًا ۟۠
उस स्थिति में, सहायता करना केवल अल्लाह के अधिकार में है। वह अपने ईमान वाले मित्रों को सबसे उत्तम बदला देने वाला है, क्योंकि वह उनके प्रतिफल को कई गुना बढ़ा देता है, तथा वह उनके लिए अंजाम के एतिबार से भी सबसे अच्छा है।
アラビア語 クルアーン注釈:
本諸節の功徳:
• على المؤمن ألا يستكين أمام عزة الغني الكافر، وعليه نصحه وإرشاده إلى الإيمان بالله، والإقرار بوحدانيته، وشكر نعمه وأفضاله عليه.
• मोमिन को धनवान काफ़िर के घमंड के आगे झुकना नहीं चाहिए। बल्कि उसे नसीहत करना चाहिए तथा उसका अल्लाह पर ईमान लाने, उसकी तौहीद को स्वीकारने और उसकी नेमतों एवं उपकारों का शुक्रिया अदा करने की ओर मार्गदर्शन करना चाहिए।

• ينبغي لكل من أعجبه شيء من ماله أو ولده أن يضيف النعمة إلى مُولِيها ومُسْدِيها بأن يقول: ﴿ما شاءَ اللهُ لا قُوَّةَ إلَّا بِاللهِ﴾.
• जिसे अपने धन या संतान में से कोई चीज़ पसंद आ जाए, उसे चाहिए कि उस नेमत को उसके दाता व प्रदाता से संबंधित करे और यह कहे : ﴾ما شاءَ اللهُ لا قُوَّةَ إلَّا بِاللهِ﴿ ''जो अल्लाह ने चाहा, अल्लाह की मदद के बिना कोई शक्ति नहीं।''

• إذا أراد الله بعبد خيرًا عجل له العقوبة في الدنيا.
• जब अल्लाह किसी बंदे के साथ भलाई का इरादा रखता है, तो उसे दुनिया में ही सज़ा दे देता है।

• جواز الدعاء بتلف مال من كان ماله سبب طغيانه وكفره وخسرانه.
• जिस व्यक्ति का धन उसकी सरकशी, कुफ़्र और नुकसान का कारण हो, उसके धन की क्षति के लिए दुआ करना उचित (जायज़) है।

 
対訳 節: (44) 章: 洞窟章
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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