クルアーンの対訳 - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - 対訳の目次


対訳 節: (24) 章: サード章
قَالَ لَقَدْ ظَلَمَكَ بِسُؤَالِ نَعْجَتِكَ اِلٰی نِعَاجِهٖ ؕ— وَاِنَّ كَثِیْرًا مِّنَ الْخُلَطَآءِ لَیَبْغِیْ بَعْضُهُمْ عَلٰی بَعْضٍ اِلَّا الَّذِیْنَ اٰمَنُوْا وَعَمِلُوا الصّٰلِحٰتِ وَقَلِیْلٌ مَّا هُمْ ؕ— وَظَنَّ دَاوٗدُ اَنَّمَا فَتَنّٰهُ فَاسْتَغْفَرَ رَبَّهٗ وَخَرَّ رَاكِعًا وَّاَنَابَ ۟
दाऊद अलैहिस्सलाम ने उन दोनों के बीच निर्णय किया और दावेदार को संबोधित करते हुए कहा : तुम्हारे भाई ने तुम्हारी दुंबी को अपनी दुंबियों के साथ मिलाने की माँग करके तुमपर ज़ुल्म किया है। सच्चाई यह है कि बहुत-से साझीदार अपने साथी का हक़ दबाकर और इंसाफ़ से मुँह मोड़कर एक-दूसरे पर अत्याचार करते हैं। अलबत्ता, उन ईमान वालों का मामला अलग है, जो अच्छे कार्य करते हैं। वे अपने साझीदारों के साथ न्याय करते हैं और उनपर अत्याचार नहीं करते। लेकिन इस तरह के लोग बहुत कम हैं। और दाऊद अलैहिस्सलाम को यक़ीन हो गया कि इस झगड़े के द्वारा हमने उन्हें आज़माइश में डाला है। चुनाँचे उन्होंने अपने पालनहार से क्षमा याचना की, अल्लाह की निकटता प्राप्त करने के लिए सजदे में गिर पड़े और उसकी ओर लौट आए।
アラビア語 クルアーン注釈:
本諸節の功徳:
• بيان فضائل نبي الله داود وما اختصه الله به من الآيات.
• अल्लाह के नबी दाऊद अलैहिस्सलाम के गुणों और अल्लाह की ओर से उन्हें प्राप्त निशानियों का बयान।

• الأنبياء - صلوات الله وسلامه عليهم - معصومون من الخطأ فيما يبلغون عن الله تعالى؛ لأن مقصود الرسالة لا يحصل إلا بذلك، ولكن قد يجري منهم بعض مقتضيات الطبيعة بنسيان أو غفلة عن حكم، ولكن الله يتداركهم ويبادرهم بلطفه.
• नबीगण (उनपर दुरूद एवं सलाम हो) अल्लाह की ओर से जो कुछ पहुँचाते हैं, उसमें वे हर प्रकार की त्रुटियों से पाक हैं। क्योंकि इसके बिना रिसालत (पैग़ंबरी) का उद्देश्य पूरा नहीं हो सकता। परंतु मानव प्रकृति की कुछ अपेक्षाएँ भूल चूक या किसी हुक्म से ग़फ़लत के रूप में उनसे भी प्रकट हो सकती हैं, लेकिन अल्लाह अपनी दया एवं कृपा से तुरंत उनका सुधार कर देता है।

• استدل بعض العلماء بقوله تعالى: ﴿ وَإِنَّ كَثِيرًا مِّنَ اْلْخُلَطَآءِ لَيَبْغِي بَعْضُهُمْ عَلَى بَعْضٍ ﴾ على مشروعية الشركة بين اثنين وأكثر.
• कुछ विद्वानों ने अल्लाह तआला के फ़रमान : {وَإِنَّ كَثِيرًا مِّنَ اْلْخُلَطَآءِ لَيَبْغِي بَعْضُهُمْ عَلَى بَعْضٍ} से दो और दो से अधिक के बीच साझेदारी की वैधता का प्रमाण ग्रहण किया है।

• ينبغي التزام الأدب في الدخول على أهل الفضل والمكانة.
• पद और प्रतिष्ठा वाले लोगों के पास प्रवेश करने में शिष्टाचार का पालन करना चाहिए।

 
対訳 節: (24) 章: サード章
章名の目次 ページ番号
 
クルアーンの対訳 - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - 対訳の目次

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

閉じる