クルアーンの対訳 - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - 対訳の目次


対訳 節: (46) 章: 集団章
قُلِ اللّٰهُمَّ فَاطِرَ السَّمٰوٰتِ وَالْاَرْضِ عٰلِمَ الْغَیْبِ وَالشَّهَادَةِ اَنْتَ تَحْكُمُ بَیْنَ عِبَادِكَ فِیْ مَا كَانُوْا فِیْهِ یَخْتَلِفُوْنَ ۟
(ऐ रसूल!) आप कह दें: ऐ अल्लाह, आकाशों तथा धरती को किसी पूर्व नमूने के बिना पैदा करने वाले, परोक्ष तथा प्रत्यक्ष के जानने वाले, जिससे कोई वस्तु छिपी नही है! तू ही क़ियामत के दिन अपने बंदों के बीच उस बात का निर्णय करेगा, जिसके बारे में वे दुनिया में झगड़ रहे थे। अतः तू स्पष्ट कर देगा कि कौन सत्य पर था और कौन असत्य पर तथा कौन सौभाग्यशाली था और कौन दुर्भाग्यशाली।
アラビア語 クルアーン注釈:
本諸節の功徳:
• النوم والاستيقاظ درسان يوميان للتعريف بالموت والبعث.
• सोना और जागना, मरने और जीवित होकर उठने के दो पाठ हैं, जिनसे हर व्यक्ति प्रति दिन गुज़रता है।

• إذا ذُكِر الله وحده عند الكفار أصابهم ضيق وهمّ؛ لأنهم يتذكرون ما أمر به وما نهى عنه وهم معرضون عن هذا كله.
• जब काफ़िरों के सामने केवल अल्लाह का ज़िक्र आता है, तो उनके दिल संकीर्ण होने लगते हैं और वे शोकाकुल हो जाते हैं। क्योंकि उन्हें अल्लाह के आदेशों एवं उसके निषेधों की याद आ जाती है, जबकि वे उनसे मुँह मोड़े हुए हैं।

• يتمنى الكافر يوم القيامة افتداء نفسه بكل ما يملك مع بخله به في الدنيا، ولن يُقْبل منه.
• काफ़िर इस दुनिया में अपनी कंजूसी के बावजूद, क़ियामत के दिन अपने पास मौजूद सारी चीज़ें देकर खुद को यातना से बचाने की इच्छा करेगा, लेकिन यह उससे स्वीकार नहीं किया जाएगा।

 
対訳 節: (46) 章: 集団章
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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