ಪವಿತ್ರ ಕುರ್‌ಆನ್ ಅರ್ಥಾನುವಾದ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ಅನುವಾದಗಳ ವಿಷಯಸೂಚಿ


ಅರ್ಥಗಳ ಅನುವಾದ ಶ್ಲೋಕ: (97) ಅಧ್ಯಾಯ: ಸೂರ ಹೂದ್
اِلٰی فِرْعَوْنَ وَمَلَاۡىِٕهٖ فَاتَّبَعُوْۤا اَمْرَ فِرْعَوْنَ ۚ— وَمَاۤ اَمْرُ فِرْعَوْنَ بِرَشِیْدٍ ۟
हमने उन्हें फ़िरऔन और उसकी जाति के गणमान्य लोगों की ओर भेजा। तो इन गणमान्य लोगों ने फ़िरऔन के अल्लाह का इनकार करने के आदेश को मान लिया। जबकि फ़िरऔन का आदेश सत्य तक पहुँचाने वाला नहीं था कि उसे माना जाता।
ಅರಬ್ಬಿ ವ್ಯಾಖ್ಯಾನಗಳು:
ಈ ಪುಟದಲ್ಲಿರುವ ಶ್ಲೋಕಗಳ ಉಪಯೋಗಗಳು:
• ذمّ الجهلة الذين لا يفقهون عن الأنبياء ما جاؤوا به من الآيات.
• ऐसे अज्ञानियों की निंदा, जो नबियों की लाई हुई निशानियों को नहीं समझते।

• ذمّ وتسفيه من اشتغل بأوامر الناس، وأعرض عن أوامر الله.
• ऐसे लोगों की निंदा की गई है और उन्हें मूर्ख बताया गया है, जो लोगों की आज्ञाओं का पालन करते हैं, और अल्लाह के आदेशों से उपेक्षा करते हैं।

• بيان دور العشيرة في نصرة الدعوة والدعاة.
• धर्म प्रचार एवं धर्म प्रचारकों के समर्थन में क़बीले की भूमिका का वर्णन।

• طرد المشركين من رحمة الله تعالى.
• मुश्रिकों का अल्लाह की दया से निष्कासन।

 
ಅರ್ಥಗಳ ಅನುವಾದ ಶ್ಲೋಕ: (97) ಅಧ್ಯಾಯ: ಸೂರ ಹೂದ್
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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