ಪವಿತ್ರ ಕುರ್‌ಆನ್ ಅರ್ಥಾನುವಾದ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ಅನುವಾದಗಳ ವಿಷಯಸೂಚಿ


ಅರ್ಥಗಳ ಅನುವಾದ ಶ್ಲೋಕ: (40) ಅಧ್ಯಾಯ: ಸೂರ ಅಲ್ ಅಂಬಿಯಾ
بَلْ تَاْتِیْهِمْ بَغْتَةً فَتَبْهَتُهُمْ فَلَا یَسْتَطِیْعُوْنَ رَدَّهَا وَلَا هُمْ یُنْظَرُوْنَ ۟
यह आग, जिसके द्वारा उन्हें अज़ाब दिया जाएगा, इस तरह नहीं आएगी कि उन्हें उसका ज्ञान होगा। बल्कि, यह उनपर अचानक आएगी। इसलिए वे उसे अपने आपसे दूर नहीं कर पाएँगे, और न उन्हें इतनी मोहलत दी जाएगी कि तौबा कर लें और उन्हें अल्लाह की दया प्राप्त हो जाए।
ಅರಬ್ಬಿ ವ್ಯಾಖ್ಯಾನಗಳು:
ಈ ಪುಟದಲ್ಲಿರುವ ಶ್ಲೋಕಗಳ ಉಪಯೋಗಗಳು:
• بيان كفر من يستهزئ بالرسول، سواء بالقول أو الفعل أو الإشارة.
• इस बात का सबूत कि रसूल का मज़ाक उड़ाने वाला काफ़िर है, चाहे वह शब्द या कर्म या संकेत द्वारा हो।

• من طبع الإنسان الاستعجال، والأناة خلق فاضل.
• जल्दबाज़ी करना मनुष्य का स्वभाव है, जबकि संजीदगी एक अच्छा आचरण है।

• لا يحفظ من عذاب الله إلا الله.
• अल्लाह की यातना से उसके सिवा कोई नहीं बचा सकता।

• مآل الباطل الزوال، ومآل الحق البقاء.
• असत्य अन्ततः मिट जाता है और सत्य ही बाकी रहता है।

 
ಅರ್ಥಗಳ ಅನುವಾದ ಶ್ಲೋಕ: (40) ಅಧ್ಯಾಯ: ಸೂರ ಅಲ್ ಅಂಬಿಯಾ
ಅಧ್ಯಾಯಗಳ ವಿಷಯಸೂಚಿ ಪುಟ ಸಂಖ್ಯೆ
 
ಪವಿತ್ರ ಕುರ್‌ಆನ್ ಅರ್ಥಾನುವಾದ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - ಅನುವಾದಗಳ ವಿಷಯಸೂಚಿ

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

ಮುಚ್ಚಿ