ಪವಿತ್ರ ಕುರ್‌ಆನ್ ಅರ್ಥಾನುವಾದ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ಅನುವಾದಗಳ ವಿಷಯಸೂಚಿ


ಅರ್ಥಗಳ ಅನುವಾದ ಶ್ಲೋಕ: (21) ಅಧ್ಯಾಯ: ಸೂರ ಅಶ್ಶುಅರಾಅ್
فَفَرَرْتُ مِنْكُمْ لَمَّا خِفْتُكُمْ فَوَهَبَ لِیْ رَبِّیْ حُكْمًا وَّجَعَلَنِیْ مِنَ الْمُرْسَلِیْنَ ۟
फिर जब मुझे भय हुआ कि क़त्ल के अपराध में तुम मेरा वध कर दोगे, तो मैं मदयन गांव की ओर भाग गया। जहाँ मेरे पालनहार ने मुझे ज्ञान प्रदान किया और मुझे उन रसूलों में से बना दिया, जिन्हें वह लोगों के पास भेजता है।
ಅರಬ್ಬಿ ವ್ಯಾಖ್ಯಾನಗಳು:
ಈ ಪುಟದಲ್ಲಿರುವ ಶ್ಲೋಕಗಳ ಉಪಯೋಗಗಳು:
• أخطاء الداعية السابقة والنعم التي عليه لا تعني عدم دعوته لمن أخطأ بحقه أو أنعم عليه.
• धर्म उपदेशक की पिछली ग़लतियों और उसके ऊपर किए गए उपकार का मतलब यह नहीं है कि वह उस व्यक्ति को आमंत्रित नहीं करेगा, जिसके हक़ में उसने ग़लती की है या जिसका उसके ऊपर उपकार है।

• اتخاذ الأسباب للحماية من العدو لا ينافي الإيمان والتوكل على الله.
• शत्रु से बचने के लिए कारण अपनाना ईमान और अल्लाह पर भरोसा के विपरीत नहीं है।

• دلالة مخلوقات الله على ربوبيته ووحدانيته.
• अल्लाह की सृष्टियाँ उसकी रुबूबियत (ईश्वरत्व) तथा उसकी वहदानियत (एकेश्वरवाद) का संकेत देती हैं।

• ضعف الحجة سبب من أسباب ممارسة العنف.
• तर्क की कमज़ोरी हिंसा का उपयोग करने का एक कारण है।

• إثارة العامة ضد أهل الدين أسلوب الطغاة.
• धर्म के लोगों के विरुद्ध जनता को भड़काना ज़ालिम तानाशाहों का तरीक़ा रहा है।

 
ಅರ್ಥಗಳ ಅನುವಾದ ಶ್ಲೋಕ: (21) ಅಧ್ಯಾಯ: ಸೂರ ಅಶ್ಶುಅರಾಅ್
ಅಧ್ಯಾಯಗಳ ವಿಷಯಸೂಚಿ ಪುಟ ಸಂಖ್ಯೆ
 
ಪವಿತ್ರ ಕುರ್‌ಆನ್ ಅರ್ಥಾನುವಾದ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - ಅನುವಾದಗಳ ವಿಷಯಸೂಚಿ

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

ಮುಚ್ಚಿ