ಪವಿತ್ರ ಕುರ್‌ಆನ್ ಅರ್ಥಾನುವಾದ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ಅನುವಾದಗಳ ವಿಷಯಸೂಚಿ


ಅರ್ಥಗಳ ಅನುವಾದ ಶ್ಲೋಕ: (10) ಅಧ್ಯಾಯ: ಸೂರ ಫುಸ್ಸಿಲತ್
وَجَعَلَ فِیْهَا رَوَاسِیَ مِنْ فَوْقِهَا وَبٰرَكَ فِیْهَا وَقَدَّرَ فِیْهَاۤ اَقْوَاتَهَا فِیْۤ اَرْبَعَةِ اَیَّامٍ ؕ— سَوَآءً لِّلسَّآىِٕلِیْنَ ۟
उसने धरती में उसके ऊपर से मज़बूत पहाड़ बनाए, जो उसे स्थिर रखते हैं, ताकि वह हिलने न लगे। तथा उसमें बरकत रख दी, चुनाँचे उसे उसके वासियों के लिए स्थायी भलाई वाली बना दिया, तथा उसमें इनसानों तथा चौपायों के आहार निर्धारित किए, पिछले दो दिनों को मिलाकर चार दिनों के भीतर। बाद के दो दिन : मंगलवार और बुधवार हैं। ये पूरे चार दिन बराबर हैं उनके बारे में प्रश्न करने वाले के लिए।
ಅರಬ್ಬಿ ವ್ಯಾಖ್ಯಾನಗಳು:
ಈ ಪುಟದಲ್ಲಿರುವ ಶ್ಲೋಕಗಳ ಉಪಯೋಗಗಳು:
• تعطيل الكافرين لوسائل الهداية عندهم يعني بقاءهم على الكفر.
• काफ़िरो का मार्गदर्शन के स्रोतों से फ़ायदा न उठाना और अपने कुफ़्र पर अडिग रहना।

• بيان منزلة الزكاة، وأنها ركن من أركان الإسلام.
• ज़कात के महत्व का वर्णन और यह कि वह इस्लाम का एक स्तंभ है।

• استسلام الكون لله وانقياده لأمره سبحانه بكل ما فيه.
• ब्रह्मांड का अल्लाह के प्रति समर्पण तथा उसके आदेशों का पालन करना।

 
ಅರ್ಥಗಳ ಅನುವಾದ ಶ್ಲೋಕ: (10) ಅಧ್ಯಾಯ: ಸೂರ ಫುಸ್ಸಿಲತ್
ಅಧ್ಯಾಯಗಳ ವಿಷಯಸೂಚಿ ಪುಟ ಸಂಖ್ಯೆ
 
ಪವಿತ್ರ ಕುರ್‌ಆನ್ ಅರ್ಥಾನುವಾದ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - ಅನುವಾದಗಳ ವಿಷಯಸೂಚಿ

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

ಮುಚ್ಚಿ