पवित्र कुरअानको अर्थको अनुवाद - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - अनुवादहरूको सूची


अर्थको अनुवाद श्लोक: (83) सूरः: सूरतु गाफिर
فَلَمَّا جَآءَتْهُمْ رُسُلُهُمْ بِالْبَیِّنٰتِ فَرِحُوْا بِمَا عِنْدَهُمْ مِّنَ الْعِلْمِ وَحَاقَ بِهِمْ مَّا كَانُوْا بِهٖ یَسْتَهْزِءُوْنَ ۟
फिर जब उनके पास उनके रसूल खुली निशानियाँ लेकर आए, तो उन्होंने झुठला दिया और उसी ज्ञान से चिमटे रहने पर संतुष्ट हो गए, जो उनके पास था और जो रसूलों की शिक्षा के विपरीत था। चुनांचे उनपर वही यातना उतर आई, जिससे उनके रसूल उन्हें सावधान करते, तो वे उसका मज़ाक़ उड़ाने लगते थे।
अरबी व्याख्याहरू:
यस पृष्ठको अायतहरूका लाभहरूमध्येबाट:
• لله رسل غير الذين ذكرهم الله في القرآن الكريم نؤمن بهم إجمالًا.
• पवित्र क़ुरआन में जिन नबियों का वर्णन आया है, उनके सिवा भी अल्लाह के बहुत-से रसूल हैं, जिनपर सामूहिक रूप से हमारा ईमान है।

• من نعم الله تبيينه الآيات الدالة على توحيده.
• एकेश्वरवाद को प्रमाणित करने वाली निशानियों को खोल-खोलकर बयान करना भी अल्लाह का एक उपकार है।

• خطر الفرح بالباطل وسوء عاقبته على صاحبه.
• असत्य पर ईतराने का नुकसान और उसका बुरा परिणाम।

• بطلان الإيمان عند معاينة العذاب المهلك.
• विनाश करने वाली यातना देखकर ईमान लाने का लाभकारी न होना।

 
अर्थको अनुवाद श्लोक: (83) सूरः: सूरतु गाफिर
अध्यायहरूको (सूरःहरूको) सूची رقم الصفحة
 
पवित्र कुरअानको अर्थको अनुवाद - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - अनुवादहरूको सूची

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

बन्द गर्नुस्