पवित्र कुरअानको अर्थको अनुवाद - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - अनुवादहरूको सूची


अर्थको अनुवाद श्लोक: (54) सूरः: सूरतु फुस्सिलत
اَلَاۤ اِنَّهُمْ فِیْ مِرْیَةٍ مِّنْ لِّقَآءِ رَبِّهِمْ ؕ— اَلَاۤ اِنَّهٗ بِكُلِّ شَیْءٍ مُّحِیْطٌ ۟۠
सुन लो! ये मुश्रिक, मरणोपरांत पुनः जीवित किए जाने का इनकार करने के कारण, क़ियामत के दिन अपने पालनहार से मिलने के बारे में संदेह में हैं। अतः वे आख़िरत पर ईमान नहीं रखते हैं। यही कारण है कि वे अच्छे कार्यों के द्वारा उसके लिए तैयारी नहीं करते हैं। सुन लो, अल्लाह ने हर वस्तु को अपने ज्ञान और शक्ति के घेरे में ले रखा है।
अरबी व्याख्याहरू:
यस पृष्ठको अायतहरूका लाभहरूमध्येबाट:
• علم الساعة عند الله وحده.
• क़ियामत का ज्ञान केवल अल्लाह के पास है।

• تعامل الكافر مع نعم الله ونقمه فيه تخبط واضطراب.
• अल्लाह की नेमतों एवं प्रकोपों के प्रति काफ़िर के व्यवहार में उथल-पुथल और विकलता पाई जाती है।

• إحاطة الله بكل شيء علمًا وقدرة.
• सब कुछ अल्लाह के ज्ञान और शक्ति के घेरे में है।

 
अर्थको अनुवाद श्लोक: (54) सूरः: सूरतु फुस्सिलत
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