पवित्र कुरअानको अर्थको अनुवाद - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - अनुवादहरूको सूची


अर्थको अनुवाद श्लोक: (12) सूरः: सूरतुल् हश्र
لَىِٕنْ اُخْرِجُوْا لَا یَخْرُجُوْنَ مَعَهُمْ ۚ— وَلَىِٕنْ قُوْتِلُوْا لَا یَنْصُرُوْنَهُمْ ۚ— وَلَىِٕنْ نَّصَرُوْهُمْ لَیُوَلُّنَّ الْاَدْبَارَ ۫— ثُمَّ لَا یُنْصَرُوْنَ ۟
अगर मुसलमानों ने यहूदियों को निकाल दिया, तो वे उनके साथ नहीं निकलेंगे। और अगर मुसलमानों ने उनसे युद्ध किया, तो वे उनकी सहायता और मदद नहीं करेंगे। और अगर उनकी मदद और सहायता करने के लिए निकले भी, तो उनसे पीठ फेरकर भाग खड़े होंगे। फिर इसके बाद मुनाफ़िक़ों की मदद नहीं की जाएगी, बल्कि अल्लाह उन्हें अपमानित और तिरस्कृत करेगा।
अरबी व्याख्याहरू:
यस पृष्ठको अायतहरूका लाभहरूमध्येबाट:
• رابطة الإيمان لا تتأثر بتطاول الزمان وتغير المكان.
• ईमान का बंधन समय के लंबे होने और स्थान के परिवर्तन से प्रभावित नहीं होता है।

• صداقة المنافقين لليهود وغيرهم صداقة وهمية تتلاشى عند الشدائد.
• यहूदियों और अन्य लोगों के साथ मुनाफ़िक़ों की दोस्ती एक भ्रामक (नकली) दोस्ती होती है, जो कठिनाइयों के समय हवा हो जाती है।

• اليهود جبناء لا يواجهون في القتال، ولو قاتلوا فإنهم يتحصنون بِقُرَاهم وأسلحتهم.
• यहूदी कायर हैं, आमने-सामने युद्ध नहीं कर सकते। और यदि युद्ध करें भी, तो अपनी बस्तियों में क़िलेबंद और हथियारों से लेस होकर।

 
अर्थको अनुवाद श्लोक: (12) सूरः: सूरतुल् हश्र
अध्यायहरूको (सूरःहरूको) सूची رقم الصفحة
 
पवित्र कुरअानको अर्थको अनुवाद - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - अनुवादहरूको सूची

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

बन्द गर्नुस्