ߞߎ߬ߙߣߊ߬ ߞߟߊߒߞߋ ߞߘߐ ߟߎ߬ ߘߟߊߡߌߘߊ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ߘߟߊߡߌߘߊ ߟߎ߫ ߦߌ߬ߘߊ߬ߥߟߊ


ߞߘߐ ߟߎ߬ ߘߟߊߡߌ߬ߘߊ߬ߟߌ ߝߐߘߊ ߘߏ߫: ߤߙߊ߫ ߛߌߦߊߡߊ߲ ߝߐߘߊ   ߟߝߊߙߌ ߘߏ߫:

सूरा अल्-कौसर

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بيان منّة الله على نبيه صلى الله عليه وسلم بالخير الكثير؛ والدفاع عنه.
अल्लाह का अपने नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम पर ढेर सारी भलाई के साथ उपकार, और आपकी रक्षा करने का वर्णन।

اِنَّاۤ اَعْطَیْنٰكَ الْكَوْثَرَ ۟ؕ
(ऐ रसूल) हमने आपको ढेर सारी भलाई प्रदान की है, और उसी में से एक जन्नत में कौसर नहर भी है।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
فَصَلِّ لِرَبِّكَ وَانْحَرْ ۟ؕ
अतः आप इस नेमत पर अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हुए केवल उसी के लिए नमाज़ पढ़ें और क़ुर्बानी करें; मुश्रिकों के प्रचलन के विपरीत जो अपनी मूर्तियों की निकटता प्राप्त करने के लिए बलि देते हैं।
ߊߙߊߓߎߞߊ߲ߡߊ ߞߘߐߦߌߘߊ ߟߎ߬:
اِنَّ شَانِئَكَ هُوَ الْاَبْتَرُ ۟۠
निःसंदेह आपसे द्वेष रखने वाला ही हर भलाई से वंचित और भुलाया हुआ है, जिसे यदि याद किया जाता है, तो बुराई के साथ याद किया जाता है।
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ߟߝߊߙߌ ߟߎ߫ ߢߊ߬ߕߣߐ ߘߏ߫ ߞߐߜߍ ߣߌ߲߬ ߞߊ߲߬:
• أهمية الأمن في الإسلام.
• इस्लाम में सुरक्षा का महत्व।

• الرياء أحد أمراض القلوب، وهو يبطل العمل.
• दिखावा (आडंबर) दिल के रोगों में से एक है और यह अमल को अमान्य कर देता है।

• مقابلة النعم بالشكر يزيدها.
• नेमतों के बदले आभार प्रकट करने से उनमें वृद्धि होती है।

• كرامة النبي صلى الله عليه وسلم على ربه وحفظه له وتشريفه له في الدنيا والآخرة.
• नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का अपने रब के पास सम्मान, और उसका आपका संरक्षण करना और दुनिया एवं आखिरत में आपको प्रतिष्ठा प्रदान करना।

 
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ߝߐߘߊ ߟߎ߫ ߦߌ߬ߘߊ߬ߥߟߊ ߞߐߜߍ ߝߙߍߕߍ
 
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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