அல்குர்ஆன் மொழிபெயர்ப்பு - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - மொழிபெயர்ப்பு அட்டவணை


மொழிபெயர்ப்பு வசனம்: (23) அத்தியாயம்: ஸூரா அல்பஜ்ர்
وَجِایْٓءَ یَوْمَىِٕذٍ بِجَهَنَّمَ ۙ۬— یَوْمَىِٕذٍ یَّتَذَكَّرُ الْاِنْسَانُ وَاَنّٰی لَهُ الذِّكْرٰی ۟ؕ
उस दिन जहन्नम को इस तरह लाया जाएगा कि उसकी सत्तर हज़ार लगामें होंगी। हर लगाम के साथ सत्तर हज़ार फ़रिश्ते होंगे जो उसे खींच रहे होंगे। उस दिन इनसान याद करेगा कि उसने अल्लाह के पक्ष में क्या-क्या कोताही की है। लेकिन उस दिन याद करना उसे कहाँ से लाभ देगा; क्योंकि वह प्रतिदान दिवस है, कार्य दिवस नहीं?!
அரபு விரிவுரைகள்:
இப்பக்கத்தின் வசனங்களிலுள்ள பயன்கள்:
• عتق الرقاب، وإطعام المحتاجين في وقت الشدة، والإيمان بالله، والتواصي بالصبر والرحمة: من أسباب دخول الجنة.
• गर्दन छुड़ाना, संकट के समय में ज़रूरतमंदों को भोजन कराना, अल्लाह पर ईमान रखना और एक-दूसरे को सब्र तथा दया की सलाह देना : जन्नत में प्रवेश करने के कारणों में से हैं।

• من دلائل النبوة إخباره أن مكة ستكون حلالًا له ساعة من نهار.
• आपकी नुबुव्वत की निशानियों में से एक आपका यह ख़बर देना था कि मक्का दिन की एक घड़ी के लिए आपके लिए हलाल कर दिया जाएगा।

• لما ضيق الله طرق الرق وسع طرق العتق، فجعل الإعتاق من القربات والكفارات.
• जब अल्लाह ने दासता के रास्तों को संकुचित कर दिया, तो उसने दास-मुक्ति के रास्तों को विस्तृत कर दिया। चुनाँचे गुलाम आज़ाद करने को निकटता के कामों और कफ़्फ़ारों में से बना दिया।

 
மொழிபெயர்ப்பு வசனம்: (23) அத்தியாயம்: ஸூரா அல்பஜ்ர்
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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