Salin ng mga Kahulugan ng Marangal na Qur'an - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Indise ng mga Salin


Salin ng mga Kahulugan Ayah: (173) Surah: Ash-Shu‘arā’
وَاَمْطَرْنَا عَلَیْهِمْ مَّطَرًا ۚ— فَسَآءَ مَطَرُ الْمُنْذَرِیْنَ ۟
और हमने उनपर बारिश बरसाने की तरह आकाश से पत्थर बरसाए। तो उन लोगों की बारिश बहुत बुरी थी, जिन्हें लूत अलैहिस्सलाम डराते थे और उन्हें चेतावनी देते थे कि अगर वे अपने बुरे कामों में लगे रहे, तो उन्हें अल्लाह की सज़ा भुगतनी पड़ेगी।
Ang mga Tafsir na Arabe:
Ilan sa mga Pakinabang ng mga Ayah sa Pahinang Ito:
• اللواط شذوذ عن الفطرة ومنكر عظيم.
• लिवात (गुदा-मैथुन) मानव प्रकृति का बिगाड़ (विकृति) और एक बड़ी बुराई है।

• من الابتلاء للداعية أن يكون أهل بيته من أصحاب الكفر أو المعاصي.
• धर्म उपदेशक के लिए यह एक आज़माइश है कि उसके घर वाले कुफ़्र या पाप करने वाले लोगों में से हों।

• العلاقات الأرضية ما لم يصحبها الإيمان، لا تنفع صاحبها إذا نزل العذاب.
• सांसारिक रिश्ते, जब तक ईमान के बंधन से बंधे हों, वे अज़ाब उतरने पर आदमी को कोई लाभ नहीं देते।

• وجوب وفاء الكيل وحرمة التَّطْفِيف.
• पूरा-पूरा नाप-तौलकर देना ज़रूरी है और नाप-तौल में कमी करना हराम है।

 
Salin ng mga Kahulugan Ayah: (173) Surah: Ash-Shu‘arā’
Indise ng mga Surah Numero ng Pahina
 
Salin ng mga Kahulugan ng Marangal na Qur'an - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - Indise ng mga Salin

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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