Salin ng mga Kahulugan ng Marangal na Qur'an - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Indise ng mga Salin


Salin ng mga Kahulugan Ayah: (68) Surah: Al-A‘rāf
اُبَلِّغُكُمْ رِسٰلٰتِ رَبِّیْ وَاَنَا لَكُمْ نَاصِحٌ اَمِیْنٌ ۟
मैं तुम्हें अल्लाह की वह तौहीद (एकेश्वरवाद) और उसकी शरीयत पहुँचाता हूँ, जिसका उसने मुझे तुमको पहुँचाने का आदेश दिया है, तथा जो मुझे पहुँचाने का आदेश दिया गया है, उसमें मैं तुम्हारा विश्वस्त हितैषी हूँ, न तो उसमें कुछ वृद्धि करता हूँ और न ही उसमें कमी करता हूँ।
Ang mga Tafsir na Arabe:
Ilan sa mga Pakinabang ng mga Ayah sa Pahinang Ito:
• ينبغي التّحلّي بالصبر في الدعوة إلى الله تأسيًا بالأنبياء عليهم السلام.
• नबियों के आदर्श का पालन करते हुए अल्लाह की ओर बुलाने के क्रम में धैर्य (सब्र) से सुसज्जित होना चाहिए।

• من أولويات الدعوة إلى الله الدعوة إلى عبادة الله وحده لا شريك له، ورفض الإشراك به ونبذه.
• अल्लाह की ओर बुलाने की प्राथमिकताओं में से यह है कि अकेले अल्लाह की इबादत करने तथा उसके साथ शिर्क करना त्यागने की ओर बुलाया जाए।

• الاغترار بالقوة المادية والجسدية يصرف صاحبها عن الاستجابة لأوامر الله ونواهيه.
• भौतिक तथा शारीरिक शक्ति के धोखे में आना आदमी को अल्लाह के आदेशों और निषेधों का जवाब देने से फेर देता है।

• النبي يكون من جنس قومه، لكنه من أشرفهم نسبًا، وأفضلهم حسبًا، وأكرمهم مَعْشرًا، وأرفعهم خُلُقًا.
• नबी अपनी ही जाति के वर्ग से होता है, लेकिन वह वंश में उनमें सबसे प्रतिष्ठित, उनमें सबसे कुलीन, संगति में उनमें सबसे सम्मानित, और चरित्र में उनमें सबसे ऊँचा होता है।

• الأنبياء وورثتهم يقابلون السّفهاء بالحِلم، ويغضُّون عن قول السّوء بالصّفح والعفو والمغفرة.
• नबी तथा उनके वारिस मूर्खों के साथ सहनशीलता से काम लेते हैं तथा दरगुज़र, माफ़ी और क्षमा का प्रदर्शन करते हुए बुरी बात कहने से उपेक्षा करते हैं।

 
Salin ng mga Kahulugan Ayah: (68) Surah: Al-A‘rāf
Indise ng mga Surah Numero ng Pahina
 
Salin ng mga Kahulugan ng Marangal na Qur'an - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - Indise ng mga Salin

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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