《古兰经》译解 - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - 译解目录


含义的翻译 段: (172) 章: 隋法提
اِنَّهُمْ لَهُمُ الْمَنْصُوْرُوْنَ ۪۟
171-173 - और हमारे रसूलों के संबंध में हमारी बात गुज़र चुकी है कि वही अपने दुश्मनों पर विजयी रहेंगे क्योंकि अल्लाह ने उन्हें तर्क और शक्ति प्रदान की है। और यह कि हमारे उन सैनिकों ही को प्रभुत्व प्राप्त होगा, जो अल्लाह के मार्ग में इसलिए लड़ाई करते हैं ताकि अल्लाह का वचन सर्वोच्च हो।
阿拉伯语经注:
这业中每段经文的优越:
• سُنَّة الله نصر المرسلين وورثتهم بالحجة والغلبة، وفي الآيات بشارة عظيمة؛ لمن اتصف بأنه من جند الله، أنه غالب منصور.
• अल्लाह का नियम रहा है कि वह तर्क और प्रभुत्व से रसूलों और उनके उत्तराधिकारियों की मदद करता है। तथा इन आयतों में उस व्यक्ति के लिए, जिसे अल्लाह का सिपाही बताया गया है, एक बहुत बड़ी खुशख़बरी है कि वह प्रभुत्वशाली और विजयी रहेगा।

• في الآيات دليل على بيان عجز المشركين وعجز آلهتهم عن إضلال أحد، وبشارة لعباد الله المخلصين بأن الله بقدرته ينجيهم من إضلال الضالين المضلين.
• इन आयतों में इस बात का प्रमाण है कि मुश्रिक लोग और उनके पूज्यगण किसी को भी गुमराह करने में असमर्थ और लाचार हैं। तथा अल्लाह के शुद्ध बंदों के लिए यह खुशख़बरी है कि अल्लाह अपनी शक्ति से उन्हें गुमराह करने वाले पथभ्रष्टों की गुमराही से सुरक्षित रखता है।

 
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