ការបកប្រែអត្ថន័យគួរអាន - ការបកប្រែជាភាសាហិណ្ឌូ * - សន្ទស្សន៍នៃការបកប្រែ

XML CSV Excel API
Please review the Terms and Policies

ការបកប្រែអត្ថន័យ អាយ៉ាត់: (88) ជំពូក​: សូរ៉ោះអាន់នីសាក
فَمَا لَكُمْ فِی الْمُنٰفِقِیْنَ فِئَتَیْنِ وَاللّٰهُ اَرْكَسَهُمْ بِمَا كَسَبُوْا ؕ— اَتُرِیْدُوْنَ اَنْ تَهْدُوْا مَنْ اَضَلَّ اللّٰهُ ؕ— وَمَنْ یُّضْلِلِ اللّٰهُ فَلَنْ تَجِدَ لَهٗ سَبِیْلًا ۟
तुम्हें क्या हो गया है कि मुनाफ़िक़ों के बारे में दो पक्ष[59] बन गए हो, जबकि अल्लाह ने उनकी करतूतों के कारण उन्हें उल्टा फेर दिया है? क्या तुम उसे सही रास्ता दिखाना चाहते हो, जिसे अल्लाह ने पथभ्रष्ट कर दिया है? और जिसे अल्लाह पथभ्रष्ट कर दे, तुम उसके लिए कदापि कोई रास्ता नहीं पाओगे।
59. मक्का वासियों में कुछ अपने स्वार्थ के लिए मौखिक मुसलमान हो गए थे, और जब युद्ध आरंभ हुआ तो उनके बारे में मुसलमानों के दो विचार हो गए। कुछ उन्हें अपना मित्र और कुछ उन्हें अपना शत्रु समझ रहे थे। अल्लाह ने यहाँ बता दिया कि वे लोग मुनाफ़िक़ हैं। जब तक मक्का से हिजरत करके मदीना में न आ जाएँ, और शत्रु ही के साथ रह जाएँ, उन्हें भी शत्रु समझा जाएगा। ये वह मुनाफ़िक़ नहीं हैं जिनकी चर्चा पहले की गई है, ये मक्का के विशेष मुनाफ़िक़ हैं, जिनसे युद्ध की स्थिति में कोई मित्रता की जा सकती थी, और न ही उनसे कोई संबंध रखा जा सकता था।
តាហ្វសៀរជាភាសា​អារ៉ាប់ជាច្រេីន:
 
ការបកប្រែអត្ថន័យ អាយ៉ាត់: (88) ជំពូក​: សូរ៉ោះអាន់នីសាក
សន្ទស្សន៍នៃជំពូក លេខ​ទំព័រ
 
ការបកប្រែអត្ថន័យគួរអាន - ការបកប្រែជាភាសាហិណ្ឌូ - សន្ទស្សន៍នៃការបកប្រែ

ការបកប្រែអត្ថន័យគម្ពីរគួរអានជាភាសាឥណ្ឌា ដោយលោកអាហ្សុីសុលហុក អាល់អ៊ូម៉ូរី

បិទ